ग्रंथों में लिखा है पर मैंने तो वाट्सप्प पर पढ़ा है – पाताललोक Hindi Review

This content is produced in collaboration with Vikram Parihar

फाइनली अमेज़न को अपनी सेक्रेड गेम्स मिल गए और इस बार नाकाबिल पुलिस अफसर को अपनी काबिलियत साबित करने का मौका मिला जयदीप अहलावत यानि की हाथी राम चौधरी के रूप में। मैं उन सभी लोगों के पुरज़ोर समर्थन करता हूँ जो कहते है की इस सीरीज का तरुण तेजपाल से कोई लेना देना नहीं है , हालांकि उनकी किताब “The Story of My Assassins “ में भी एक मीडिया कर्मी पर हमले की बात का ज़िक्र हुआ है जिसकी योजना पाकिस्तान और नेपाल में हुई , उस मीडिया कर्मी द्वारा किया गया स्टिंग , माफिया और डकैतों का हाथ होना , किताब में braincurry नाम के एक शक्स का नाम भी लिया गया जो हथोड़ा त्यागी से मिलता जुलता है और इत्तेफ़ाक़ तो इतना है साहिब की असल घटना में भी एक आरोपी का नाम भूपिंदर त्यागी था. बाकि डिटेल्स के लिए नीचे दिए वीडियो लिंक को आप देख सकते है।

खैर अब कहानी या प्लाट की इंस्पिरेशन से आगे बढे तो सीरीज कमाल है। अनुष्का शर्मा प्रोडक्शंस की ये सीरीज जमुना पर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर हाथी राम चौधरी के आस पास घूमती है। सोसाइटी के हर अच्छे बुरे पहलु पर कहानी की आगे बढ़ाया गया है। धर्म – जाती , अमीर ग़रीब , हिन्दुस्तान पाकिस्तान , सेक्स , पशुप्रेम डाला गया है ,और वो सब भी आप मान सकते है जो इसमें नहीं है। वैसे देखा जाए तो आजकल हर सीरीज में कुछ माय्थोलॉजिकल एंगल ज़रूर दिया जाता है , और इस सीरीज में रेफ़्रेन्स लिया गया है हिरण्यकश्यप का. विष्णु अवतार असुर और पाताललोक दोनों में कॉमन है। एक और बात जो तरुण तेजपाल ने पाने इंटरव्यू में कही थी की आप समाज का बुरा आप बाद में करते है , पहले समाज आपका बुरा करता है. कैसे समाज के द्वारा सताए लोग क्रिमिनल्स बनते है है, सीरीज में वो भी बढ़िया तरीके से बताया गया है।

तो देखा जाए तो स्टोरी का तरुण तेजपाल केस से कोई लेना देना नहीं है , “ओरिजिनल” स्टोरी है , जो बीच में थोड़ा स्लो हो जाती है पर इंटरेस्ट बना रहेगा। डिटेलिंग बहुत ज़बरदस्त है , हर एक किरदार पर बढ़िया काम हुआ है।

जयदीप अहलावत और अभिषेक बनर्जी ने बेहतरीन काम किया है जैसा उनसे उम्मीद भी की जाती है। नीरज काबी — व्योमकेश बक्शी , तलवार , हिचकी और अब पातळ ओके और हमेशा की तरह बढ़िया एक्टिंग। गुल पनाग – पता नहीं क्यों ? पंचायत में दूल्हा बने आसिफ खान इस सीरीज में कबीर M बने है , छोटा मगर बढ़िया रोल.. तोप सिंह के रोले में पंजाबी एक्टर पंजाबी एक्टर जगजीत सींग ने बढ़िया काम किया है। ऐसा लगा की अभिषेक बनर्जी का रोल थोड़ा और बढ़ाया जाता तो इंटरेस्ट और बढ़ जाता. गालियाँ ज़रूरत अनुसार है , दिल्ली पुलिस की वर्किंग देख कर कभी कभी निर्भया काण्ड पर बानी सीरीज DELHI CRIME याद आ जाती है।

पर बढ़िया सीरीज , पैसा वसूल एक्टिंग , स्टोरी और डायरेक्शन , ज़रूर देखें और अगर देख चुके है तो तरुण तेजपाल का का ये इंटरव्यू देख।

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